श्री राधाकृष्णाभ्याम् नमः

 

हमारे शास्त्रों में परोपकार को ही सबसे बड़ा धर्म बताया गया है –

परहित सरिस धरम नहिं भाई
(श्री रामचरितमानस)

परोपकार से बढ़कर कोई उत्तम कर्म नहीं है। परोपकार की भावना ही वास्तव में मनुष्य को ‘मनुष्य’ बनाती है। इससे मानव के व्यक्तित्व का विकास होता है। मनुष्य की यही भावना उसे भ्रातृत्व की भावना से जोड़ती है और इसी विश्व बंधुत्व की भावना का विकास ही अंततः विश्व शांति एवं प्रेम की स्थापना को सम्भव कर सकता है।

इन्हीं उदात्त भावनाओं के विकास के लिए राधा गोविंद पब्लिक चैरिटेबल ट्रस्ट, जयपुर के तत्त्वावधान में सुश्री श्रीधरी दीदी की अध्यक्षता में एक बहुउद्देश्यीय हॉल (श्री राधा गोविंद धाम) का निर्माण राजस्थान के दौसा जिले में होने जा रहा है। यह हम सभी के लिए अत्यंत प्रसन्नता का विषय है। मानवता के कल्याण के लिए इस हॉल में अनेकानेक सामाजिक व आध्यात्मिक गतिविधियाँ सुचारू रूप से सम्पन्न हो सकेंगी। प्रतिदिन भगवान श्री राधा गोविंद व श्री सीता राम के मनोहारी दर्शनों के साथ ही दैनिक प्रार्थना, आरती, परिक्रमा, संकीर्तन  और प्रवचन इत्यादि का लाभ प्राप्त होगा एवं समय-समय पर रक्तदान शिविर, स्वास्थ्य जाँच शिविर, निर्धनों की सहायतार्थ दैनिक उपयोगी आवश्यक वस्तुओं के वितरण कार्यक्रम भी सम्पन्न हो सकेंगे। ये सभी महान कार्य आप जैसे धार्मिक महानुभावों के उदार सहयोग से ही सम्पन्न होते हैं। अतएव आप सभी से विनम्र प्रार्थना है कि इस जनकल्याणकारी महायज्ञ में श्रद्धापूर्वक अपनी आहुति (आर्थिक सहयोग) समर्पित करके अपने कल्याण का मार्ग अवश्य प्रशस्त करें।

 

राधा गोविंद पब्लिक चैरिटेबल ट्रस्ट : संक्षिप्त परिचय

राधा गोविंद पब्लिक चैरिटेबल ट्रस्ट सन् 2008 में स्थापित की गई है। यह एक रजिस्टर्ड, आध्यात्मिक, चैरिटेबल एवं गैर लाभकारी संस्था है। इस ट्रस्ट ने अपने बारह साल के कार्यकाल में अब तक जयपुर में अपनी विशिष्ट पहचान बना ली है। यह ट्रस्ट समाज के सभी वर्गों से जुड़कर यथाशक्ति उनकी सहायतार्थ कार्यरत है। ट्रस्ट के द्वारा समाज के निर्धन, असहाय एवं जरूरतमंद लोगों के लिए समय-समय पर आवश्यकतानुसार वस्त्र वितरण, बर्तन वितरण, अनाज वितरण, कम्बल वितरण, बच्चों को किताबें, कॉपियाँ, स्कूल बैग्स, वाटर बॉटल्स वितरण इत्यादि कार्यक्रम सम्पन्न किये जाते हैं।

ट्रस्ट द्वारा आध्यात्मिक उन्नति के लिए प्रवचनों का आयोजन स्पॉन्सर्स के सहयोग से किया जाता है। इन प्रवचनों के माध्यम से सनातन वैदिक धर्म का प्रचार किया जा रहा है जिससे समाज की भौतिक उन्नति के साथ-साथ आध्यात्मिक उन्नति भी प्रशस्त हो रही है।

 

सुश्री श्रीधरी दीदी : संक्षिप्त परिचय

विश्व कल्याणार्थ सनातन वैदिक धर्म के प्रचार के लिए पंचम मूल जगद्गुरु श्री कृपालु जी महाराज ने अनेक विद्वान सन्यासी प्रचारकों को प्रशिक्षित किया है। प्रखरमति सुश्री श्रीधरी दीदी भी उनकी दक्ष प्रचारिकाओं में से एक हैं जिनके माध्यम से श्री गुरुवर दिव्य वैदिक संदेश को राजस्थान के जन-जन तक पहुँचा रहे हैं।

उन दिव्य संदेशों को अपने जीवन में क्रियान्वित करने के इच्छुक जिज्ञासुओं ने मिलकर जन कल्याण के लिए सुश्री श्रीधरी दीदी की अध्यक्षता में जयपुर में राधा गोविंद पब्लिक चैरिटेबल ट्रस्ट की स्थापना की है।

 

‘मानवता एवं अध्यात्म’ को समर्पित आपकी अपनी संस्था आयकर अधिनियम 1961 की धारा 80G के तहत कर मुक्त है।

सामाजिक उद्देश्य :

  1. ट्रस्ट को प्राप्त होने वाली चल या अचल संपत्ति को बढ़ावा देकर जन साधारण की बौद्धिक, शारीरिक, सामाजिक, आध्यात्मिक, शैक्षणिक, सांस्कृतिक एवं स्वास्थ्य संबंधी आवश्यकताओं की पूर्ति हेतु सुविधाएँ उपलब्ध कराना तथा जन उपयोगी कार्य प्रतिपादित करना।
  2. रक्तदान शिविर, नेत्रज्योति शिविर एवं स्वास्थ्य शिविरों इत्यादि का आयोजन करना।
  3. निर्धनों की सहायतार्थ कम्बल, वस्त्र, बर्तन एवं दवाइयाँ इत्यादि वितरित करना। 
  4. नशा मुक्ति, अन्धतानिवारणजैसे जनकल्याण के कार्यक्रमों में सहायता प्रदान करना।
  5. कुष्ठ रोगियों एवं दिव्यांगों के भोजन इत्यादि की व्यवस्था करना। 
  6. मूक-बधिर निर्धन बच्चों की शिक्षा हेतु स्कूल बैग्स, कॉपी, किताबें इत्यादि वितरित करना।
  7. अस्वस्थ पशुओं के लालन-पालन हेतु सहायता प्रदान करना इत्यादि।

आध्यात्मिक उद्देश्य :

  1. वैदिक दर्शनों केअनुसार मानव मात्र के कल्याण हेतु मार्ग दर्शन करना।
  2. अनेक प्रकार के वादों के विवादों का निराकरण करके भगवत्प्राप्ति हेतु श्री कृष्ण की निष्काम भक्ति का प्रचार करना।
  3. भक्तियोग की क्रियात्मक साधना के अभ्यास हेतु समय-समय पर साधना शिविर आयोजित करना।

 

निवेदन

राधा गोविंद पब्लिक चैरिटेबल ट्रस्ट सभी जाति, सभी समुदाय, सभी वर्गों के लोगों के लिए है। यह आपकी अपनी संस्था है। इसके द्वारा आयोजित जनकल्याण के विभिन्न सामाजिक एवं धार्मिक कार्यक्रमों हेतु आप सभी उदारमना दानी सज्जनों का अधिक से अधिक आर्थिक सहयोग अपेक्षित है।

किसी-किसी सौभाग्यशाली मनुष्य को ही ऐसे सत्कार्यों में सहयोग करने का स्वर्णिम अवसर प्राप्त होता है। अतएव उदार हृदय से अधिकाधिक दान करके इस स्वर्णिम अवसर का लाभ उठाकर अपने मानव जीवन को सफल बनायें।

ऑनलाइन दानदाता हमारी आधिकारिक वेबसाइट Shreedharididi.in के ‘Support us’ विकल्प पर जाकर अपना सहयोग अपनी सामर्थ्य एवं श्रद्धानुसार भेज सकते हैं। 

हमारी ट्रस्ट देवस्थान विभाग, इन्कम टैक्स अधिनियम की धारा 12 (अ)(अ) के अंतर्गत रजिस्टर्ड है एवं इन्कम टैक्स अधिनियम की धारा 80G के अंतर्गत करमुक्त भी है। अतः आप मुक्त हस्त से अधिक से अधिक दान प्रदान करके इस सुविधा का लाभ भी उठा सकते हैं।

 

संपर्क सूत्र

बी-19, पहली मंजिल, जनता स्टोर, बापू नगर, जयपुर
मोबाइल : 9214318379, 9214345209, 9928425799

 

धन्यवाद।

राधेराधे।